पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किया प्रसाद वितरण

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर मोहन कुमार काला एवं नीतीन चंचल द्वारा आयोजित प्रसाद वितरण कार्यक्रम में शिरकत कर उत्तराखंड प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घंटाघर पर प्रसाद वितरण किया। उन्होंने रामायण के रचयिता, आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा की पूरा मानव समाज मह​र्षि वाल्मीकि जी के प्रति कृतज्ञ है, जिन्होंने प्रभु श्री राम के ऐसे आदर्श चरित्र का चित्रण किया, जो हर काल और परिस्थिति में प्रासंगिक एवं प्रेरणास्रोत बना हुआ है। अपने जीवन-दर्शन से उन्होंने मानवता को सत्य, न्याय, प्रेम और सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर मोहन कुमार काला ने कहा की भगवान वाल्मीकि जी को संस्कृत रामायण का रचियता माना गया है। उन्हें आदिकवि के नाम से भी जाना जाता है। महर्षि वाल्मीकि ने जिस रामायण की रचना की वो वाल्मीकि रामायण के नाम से जानी जाती है। अपने वनवास के समय भगवान श्री राम वाल्मीकि के आश्रम भी गए थे। वाल्मीकि जी को भगवान राम के जीवन मे घटित घटनाओं की जानकारी थी। महर्षि वाल्मीकि को तीनों कालों सतयुग, त्रेता और द्वापर का ज्ञान था। महर्षि वाल्मीकि का जन्म अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। वाल्मीकि जयंती को प्रकट दिवस के रूप में मनाया जाता है। आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना कर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के जीवन को जन-जन के हृदय में सदैव के लिए जीवंत बनाने का भगीरथ कार्य किया। यह कालजयी रचना प्रभु श्री राम द्वारा स्थापित आदर्शों से समाज को प्रेरित कर धर्म का मार्ग दिखा रही है।
कार्यक्रम में वैभव वालिया, संजय शर्मा, प्रवीन त्यागी, सूरज क्षेत्री, अनिल बागड़ी, वाल्मीकि विक्रम सिंह वाल्मीकि, रजनीश टांक वाल्मीकि, करन वाल्मीकि, वंश चौधरी, सतीश आजाद, राजेश चौधरी, दिनेश कुमार, किशन कुमार, हर्ष बागड़ी, आशीष कुमार, शुभम चंद, शिवम पारछा, चौधरी मदन लाल आदि उपस्थित थे।