आरएमएस प्राचार्यों के सम्मेलन का आयोजन

देहरादून। राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय देहरादून ने दो दिवसीय आरएमएस प्राचार्यों के सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें देश भर के पाँच राष्ट्रीय सैन्य विद्यालयों (आरएमएस) के प्रमुखों ने भाग लिया। यह सम्मेलन सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने, शैक्षणिक और प्रशिक्षण मानकों को संरेखित करने और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और नौसेना अकादमी (एनए) के लिए कैडेटों को तैयार करने के साझा मिशन को सुदृढ़ करने के लिए एक सहयोगी मंच के रूप में कार्य किया। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले प्राचार्यों में लेफ्टिनेंट कर्नल के. अनूप नायर (आरएमएस बेंगलुरु), श्री वी.के. गंगवाल जैन (आरएमएस चैल), लेफ्टिनेंट कर्नल रितु (आरएमएस अजमेर), लेफ्टिनेंट कर्नल प्रभा बिष्ट (आरएमएस बेलगाम) और लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शर्मा (आरएमएस धौलपुर) शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत आरआईएमसी के कमांडेंट कर्नल राहुल अग्रवाल द्वारा एक सम्मान समारोह के साथ हुई, जिसके बाद संकायाध्यक्षों के साथ शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियों और नव-नियुक्त बालिका कैडेटों के प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा हुई। रचनात्मक चर्चाओं में बुनियादी ढाँचे में नवाचार, संकाय विकास, पाठ्येतर गतिविधियों में सुधार और एनडीए परीक्षा परिणामों को और बेहतर बनाने की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई। आरआईएमसी और आरएमएस नेतृत्व दोनों ने कैडेट प्रशिक्षण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए घनिष्ठ संस्थागत तालमेल के महत्व पर बल दिया। सम्मेलन का समापन भविष्य के सहयोग के लिए एक रोडमैप के साथ हुआ, जिसमें शैक्षणिक सहयोग, अंतर-संस्थागत आदान-प्रदान और साझा बुनियादी ढाँचा रणनीतियाँ शामिल थीं। आरएमएस प्रिंसिपल्स कॉन्क्लेव 2025 सशस्त्र बलों के प्रमुख फीडर संस्थानों को एकजुट करने में एक मील का पत्थर है, जो वर्दी में राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए अनुशासित, फिट और अकादमिक रूप से उत्कृष्ट कैडेट तैयार करने के लिए उनकी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।