एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 22 अक्टूबर। दीपावली पर्व के अवसर पर 20 अक्टूबर से 21 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक प्रदेश में कुल 66 अग्निकाण्डों की घटनाएं विभिन्न जनपदों से प्राप्त हुईं। सभी घटनाओं पर फायर यूनिटों द्वारा त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही की गई, जिससे आग पर शीघ्र नियंत्रण प्राप्त हुआ।
सौभाग्यवश, किसी भी घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, जो विभागीय कर्मियों की तत्परता और आम नागरिकों के सहयोग का परिणाम है।
इस वर्ष दीपावली पर आग की घटनाओं की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय रूप से कम रही। इसका मुख्य कारण विभाग द्वारा समय रहते की गई जन-जागरूकता अभियान, सोशल मीडिया एवं जनसम्पर्क के माध्यम से दी गई अग्नि सुरक्षा अपीलें, तथा नागरिकों द्वारा अपनाई गई सावधानीपूर्ण आतिशबाज़ी रही। इसके अतिरिक्त, इस वर्ष राज्यभर में 129 स्थानों पर फायर यूनिटों को विशेष रूप से तैनात किया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सकी। यह व्यवस्था प्रभावी साबित हुई और कई स्थानों पर संभावित बड़ी घटनाओं को रोका जा सका।
देहरादून नगर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में दीपावली रात्रि के दौरान सर्वाधिक घटनाएं दर्ज की गईं। कुल 12 घटनाओं में घर, दुकान, वाहन, कबाड़ एवं पोल में आग लगने की सूचनाएं प्राप्त हुईं। मुख्य घटनाएं धर्मावाला की दुकान, निरंजनपुर की छत पर रखे सामान में आग, हरभज मेंहूवाला व चंद्रबनी में कबाड़ की आग, सरस्वती बिहार में घर व कार में आग, राजीव नगर में इलेक्ट्रिक फायर, तथा ओल्ड राजपुर रोड पर पेड़ में आग शामिल रही।
विकासनगर में डाकपत्थर व विनोद बिहार क्षेत्र में दो घटनाओं पर फायर यूनिटों ने त्वरित कार्रवाई कर आग को फैलने से रोका। ऋषिकेश में कुल 7 घटनाओं में फायर यूनिटों द्वारा प्रभावी अग्निशमन किया गया। डोईवाला में आतिशबाज़ी से लगी दो छोटी आगों पर नियंत्रण प्राप्त किया गया।
रुड़की फायर स्टेशन द्वारा विद्युत पोल व घर के मंदिर में लगी दो आगों पर समय रहते नियंत्रण पाया गया। मायापुर फायर स्टेशन द्वारा ज्वालापुर क्षेत्र में कबाड़ के गोदाम, खंडहर एवं वाहन में लगी चार आगों को पूर्णतः बुझाया गया। भगवानपुर फायर स्टेशन क्षेत्र में स्थित बजाज संस लिमिटेड फैक्ट्री के ट्रीटमेंट एरिया में लगी बड़ी आग पर दो यूनिटों द्वारा संयुक्त प्रयास से नियंत्रण प्राप्त किया गया।
सिब्बुनगर, कोटद्वार स्थित बावर्ची रेस्टोरेंट में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। प्राप्त सूचना पर फायर सर्विस यूनिट तत्काल घटनास्थल पर पहुँची। मौके पर पहुँचकर देखा गया कि रेस्टोरेंट की घास-फूस से निर्मित छत एवं रेस्टोरेंट परिसर में भीषण आग लगी हुई थी। फायर सर्विस यूनिटों द्वारा तीन फायर टेंडरों की सहायता से लगातार पंपिंग कर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूर्ण रूप से नियंत्रण प्राप्त किया गया। आग की इस घटना में रेस्टोरेंट, डी-फ्रीज़, काउंटर, कुर्सियाँ, मेजें, कंप्यूटर, कूलर, सोफ़े, पंखे, सीसीटीवी कैमरे तथा नगदी (कैश) आदि सामग्री जलकर नष्ट हो गई। इसके अतिरिक्त कोटद्वार क्षेत्रांतर्गत मालवीय उद्यान में नगर निगम द्वारा एकत्रित की गई लकड़ियों के ढेर में पटाखों की चिंगारी से आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। जिसे त्वरित कार्रवाई करते हुए आग पर पूर्णतः नियंत्रण प्राप्त किया।
नैनीताल में मोहनको के पास दुकानों में आग की घटना पर रात्रि में फायर यूनिटों ने निरंतर कार्यवाही कर आस-पास के भवनों को जलने से बचाया। हल्द्वानी में जे.के.पुरम, आर.टी.ओ. रोड एवं वृज विहार में तीन छोटी घटनाओं पर स्थानीय सहयोग से आग पर नियंत्रण किया गया।
रुद्रपुर फायर स्टेशन द्वारा दिनेशपुर व ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में आतिशबाज़ी से लगी दो घटनाओं पर कार्यवाही की गई। दोनों स्थानों पर आग को फैलने से रोका गया।
टनकपुर फायर स्टेशन द्वारा मेला टंकी क्षेत्र में अस्थाई दुकानों तथा छीनीगोठ में झोपड़ी में आतिशबाज़ी से लगी दो आगों पर कार्यवाही की गई। दोनों घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई।
इसी प्रकार डोईवाला, टनकपुर, रुड़की, पौड़ी, देहरादून, बाजपुर, गोपेश्वर आदि विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी या शॉर्ट सर्किट से लगी छोटी-छोटी आग की घटनाओं में फायर यूनिटों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आग को पूर्ण रूप से बुझाया गया।